तोइलेत एक प्रेम कहानी
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मार्च 27, 2021
तोइलेत एक प्रेम कहानी हें। एक ऐसा साधन है। ये कभी भी काम आ जाता हे। एक अपना ईज्जत घर में रहे जाते हैं। ओर अपन गांवों समाज साफ़ रहेते हैं। हम विमारी फैलने बच जाते हैं। एक उदाहरण के लिए :- सुन्दर का दादा घर में तोइलेत बनाने के लिए। बहूत नफरत कर्ता था।दिन क्या हुवा की। शाम का समय था। आते आते बहूत बारीस हुवा। जबकि घर के पास आया फिर दरबाजा पेर रखतेही पिछल गया और पेर मुच आग्या। दादा जी पुरी रात शो नहीं पया। क्युकी बहूत दर्द हुवा। फिर सुबह खेत जा नहीं पया तोईलेट के लिए। आसते आसते तोईलेट बहूत किया। फिर दादाजी ईधर उधर देखा। ओर तोईलेट में घोसने तियारी कर रहेथे। बच्चा बोलता दादाजी तोइलेत लग गया हें।जैसे बोलता फट से अन्दर आजाता है दादाजी। तब हर मान लेते हें।